नई दिल्ली, एजेंसी। चीफ जस्टिस आफ इंडिया एन वी रमना ने कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वैरिएंट को साइलेंट किलर बताया है। उन्होंने कहा कि इस वैरिएंट की चपेट में आने के बाद इससे उबरने में लंबा समय लगता है। उनकी यह टिप्पणी सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह की तरफ से फिजिकल हियरिंग के लिए आग्रह करने के बाद आई है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश के सामने फिजिकल हियरिंग के लिए अनुरोध किया था।
सीजेआइ फिलहाल इसके पक्ष में नजर नहीं आ रहे हैं। मुख्य न्यायाधीश ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस का ओमिक्रोन वैरिएंट एक श्साइलेंट किलरश् है, जिसकी चपेट में आने के बाद इससे ठीक होने में लंबा समय लगता है।
सीजेआइ ने कहा कि वे पहली लहर में चार दिन में कोरोना संक्रमण से ठीक हो गए थे लेकिन तीसरी लहर में लंबा समय लग रहा है। मुख्य न्यायाधीश ने कहा, श्यह एक साइलेंट किलर है़.़ मैं पहली लहर में संक्रमित हुआ लेकिन चार दिनों में ठीक हो गया, जबकि अब इस लहर में 25 दिन हो गए हैं और मैं अभी भी ठीक नहीं हुआ हूं।श् सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने अनुरोध करते हुए कहा कि यह एक हल्का वैरिएंट और लोग इससे ठीक हो रहे हैं। उनके अनुरोध पर सीजेआइ ने कहा अभी देखते हैं।
अमेरिका में ओमिक्रोन वैरिएंट की लहर लगातार कमजोर पड़ती नजर आ रही है, लेकिन मौत के आंकड़ों में लगातार इजाफा हो रहा है। एक रिपोर्ट में सामने आया है कि अमेरिका में मौत के आंकड़ों ने डेल्टा लहर से होने वाली मौतों के आंकड़ों को पीटे छोड़ दिया है।
पिछले साल 24 नवंबर को डब्ल्यूएचओ ने दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट संक्रमण के मामले मिलने की पुष्टी की थी। तब से अमेरिका में संक्रमण के कारण कुल 1,54,750 से ज्यादा मौतें हुई हैं। साथ ही 30,163,600 से ज्यादा ओमिक्रोन संक्रमण के नए मामले दर्ज किए गए हैं।