हरिद्वार- देवभूमि हरिद्वार में भूमिगत विद्युत लाइन डालने के बाद हरिद्वार के सौंदर्य करण में चार चांद लगे है यूपीसीएल का यह प्रोजेक्ट 2019 में शुरू हुआ था विषम परिस्थिति थी 2020-21 में कोरोना कॉल के चलते हुए भी यूपीसीएल के अधिकारी व वीटीएल के अधिकारियों ने भूमिगत विद्युत लाइन मैं प्रगति बराबर बनाई यह हरिद्वार नगर को बहुत बड़ी सौगात मिली है पहले मौसम खराब होते ही बिजली गायब हो जाती थी लेकिन आज मौसम खराब के चलते भी विद्युत सप्लाई उपभोक्ताओं को बराबर मिलती है यही नहीं बिजली के पोल व तार हटने से सौंदर्य करण के साथ-साथ सड़कों पर जगह भी दिखाई देने लगी है इस परियोजना में लगे अधिकारी कर्मचारियों ने दिन रात एक कर अपने काम को अंजाम दिया है शुरुआत में कुछ जो लोग विरोध में थे आज वह भी इस योजना का गुणगान करते हैं सराहना करते हैं बीच-बीच में कई बार इस योजना का निरीक्षण भी हुआ जिसमे मानकों के अनुसार ही कार्य पाये गये थे तब अधिकारियो की प्रसंशा भी हुई थी इससे पहले हरिद्वार नगर बिजली के तारो के जाल में नज़र आता था अब हरिद्वार वासियों को बिजली कटोती से भी मुक्ति मिली है हरिद्वार नगरी तीर्थ नगरी है करोड़ो यात्री यहाँ आते है और यहा सौंदर्य करण देख कर अच्छा सन्देश ले कर जाते है भूमिगत विद्युत लाइन ने नगर का नक्सा ही बदल दिया है इस योजना से नगर वासियों को कई लाभ मिले है उपभोक्ताओ को 24 घंटे निर्बाध एंव गुणवत्ता पूर्ण वि़धुत आपूर्ति 33 एंव 11 किलो वोल्ट विभम के फीडरों को आपसे में रिंग मेन यूनिट द्वारा इण्टीलिक किये जाने से विधुत आपर्ति में वयवधान उत्पन्न नही होगा एवं आपूर्ति निर्बाध रहेगी बारिश, आधीं तूफान से होने वाली विधुत आपूर्ति में व्यवधान पूर्ण रूप से समाप्त हो जायेगा उपरी गामी विधुत लाइनों के हटने से विधुत ब्रेकडाउन में कमी आयेगी जर्जर तारों के टूटने आदि से होने वाले सम्भावित विधुत दुर्घटना नही होगी विधुत लाइनों के हटने से तीर्थ यात्रियों एंव आम जनता की सुरक्षा व् अनुरक्षण व्यय में कमी विधुत चोरी कि रोकथाम विधुत लाइनों के हटने से आवसीय एंव वणिज्यिक क्षेत्रों का सौन्दर्यकरण एंव खुले स्थान कि उपलब्धता।