हरिद्वार, 9 सितम्बर। प्रदेश के पूर्व खेल मंत्री एवं मशहूर निशानेबाज पदमश्री जसपाल राणा के पिता नारायण सिंह राणा ने कहा कि ओलंपिक में पदक प्राप्त करने के लिए कोच एवं खिलाड़ियों में जुनुन होना चाहिए। ओलंपिक में मेडल प्राप्त करने के लिए खिलाड़ी को तपना पड़ता है। भाई भतीजा वाद से खेल में महारथ हासिल नहीं की जा सकती है। खिलाड़ियों में एकाग्रता कड़ी मेहनत जरूरी है। जिसके बल पर खिलाड़ी पदक प्राप्त कर सकता है। शूटिंग खेल व्यक्तिगत खेल है। इस खेल में तपना और डूबना पड़ता है। तभी सफलताएं अर्जित की जा सकती हैं। इंटरनेशनल गेम में अच्छे प्रदर्शन के लिए कड़ी मेहनत मूल मंत्र है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को संसाधन मुहैया कराने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पैरा ओलंपिक में पदक जीतने वाले चार खिलाड़ियों को उनके छोटे बेटे सुभाष राणा ने प्रशिक्षण दिया। ओलंपिक में पदक जीतने वाली मनु भाकर ने उनके बड़े बेटे जसपाल राणा से प्रशिक्षण लिया और खिलाड़ियों ने कामयाबी हासिल करते हुए गोल्ड मेडल जीतकर देश का मान बढ़ाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खेलों को बढ़ावा देने के लिए लगातार कदम उठा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने बजट में खिलाड़ियों के लिए बजट बढ़ाया है। प्रधानमंत्री खिलाड़ियों से व्यक्तिगत रूप से बात कर उनका उत्साहवर्द्धन करते हैं। नारायण सिंह राणा ने बताया कि 11 सितम्बर को प्रधानमंत्री खिलाड़ियों से व्यक्तिगत रूप से बात करेंगे। उन्होंने बताया कि मंगलवार को हरिद्वार में अवधूत मंडल आश्रम में क्रीड़ा भारती की बैठक में खेलों और खिलाड़ियों को बढ़ावा देन की योजनाओं पर विचार किया जाएगा।

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