देहरादून, मार्च 2024

राष्ट्रीय पल्स पोलियो दिवस पर प्रदेश के सभी 13 जनपदों में पल्स पोलियो अभियान का प्रथम चरण 03 मार्च (रविवार) से शुरू हो रहा है, जिसमें प्रदेश भर के 13,48,250 बच्चों को पोलियों की खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने सभी जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया है कि अभियान को सुचारु रूप है चलाया जाये।
माननीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत द्वारा अवगत कराया है कि प्रदेश में राष्ट्रीय पल्स पोलियो दिवस में 0 से 05 वर्ष के आयु वर्ग के कुल 13,48,250 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी। पोलियो अभियान के अन्तर्गत मैदानी क्षेत्रों में 03 मार्च को बूथ समस्त स्वास्थ्य इकाइयों में व छः दिन 04 मार्च से 09 मार्च घर-घर जाकर पोलियो की दवाई पिलाई जाएगी तथा पहाड़ी क्षेत्रों में भी 03 मार्च को बूथ समस्त स्वास्थ्य इकाइयों में व तीन दिन 04 मार्च से 06 मार्च घर-घर गतिविधियां आयोजित की जाएगी।
विभागीय मंत्री डॉ रावत ने पोलियो अभियान को सुचारु रुप से चलाएं जाने हेतु संबंधित अधिकारी-कर्मचारियों को निर्देशित किया व स्वास्थ्य कर्मचारियों को तत्परता से कार्य कर सभी बच्चों को टीके की खुराक पिलाई जाने हेतु आदेशित किया।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि भारत सरकार के निर्देशानुसार वित्तीय वर्ष 2021-22 में राष्ट्रीय पल्स पोलियो दिवस प्रदेश में आयोजित किया गया, जिसमे 13,20,964 लक्ष्य के सापेक्ष 13,48,250 उपलब्धि प्राप्त की गयी जो कि 102.06 प्रतिशत रहा। प्रदेश में बच्चों को स्वास्थ्य लाभ देने हेतु स्वास्थ्य विभाग पूर्ण रुप से कार्य कर रहा है।
डॉ धन सिंह रावत ने बताया कि पोलियो अभियान का उद्देश्य बच्चों के स्वास्थ्य और कल्याण को सुरक्षित करना व पोलियो उन्मूलन में भारत की उपलब्धि को और मजबूत करना है। माता-पिता और देखभाल करने वालों को इस पहल में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनके बच्चों को राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस की गतिविधियों के दौरान पोलियो का टीका मिले।
पोलियो दिवस पर टीकाकरण अभियान के दौरान पोलियो ड्रॉप्स पिलाने के महत्व पर जोर देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, पोलियो के खिलाफ भारत की सफल लड़ाई को बनाए रखना सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है सभी अपने बच्चों का आवश्यक टीकाकरण कर इस प्रयास में योगदान दें। स्वास्थ्य मंत्री डॉ रावत ने माता-पिता और अभिभावकों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाकर उनकी पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित करें।
साथ ही मा. स्वास्थ्य मंत्री जी द्वारा यह भी अवगत कराया गया है कि देश में पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम वर्ष 1995 से भारत सरकार एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन के दिशा-निर्देशानुसार आयोजित किया जा रहा है। राज्य को इस कार्यक्रम में अपेक्षित सफलता प्राप्त हुई है जिसके फलस्वरूप वर्ष 2010 से अब तक राज्य में कोई भी पोलियो केस नही पाया गया है और वर्ष 2014 में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा देश को पोलियों मुक्त घोषित किया जा चुका है।

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