गढ़वाल मोटर ओनर्स यूनियन लिमिटेड ने भेजा जिलाधिकारी को पत्र
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। गढ़वाल मोटर ओनर्स यूनियन लिमिटेड ने चुनाव आयोग पर वाहनों को अधिगृहीत करने में लापरवाही का आरोप लगाया है। कहा कि चुनाव के लिए वाहन अधिगृहीत करने के बाद भी उन्हें लॉक बुक में दर्ज नहीं किया गया। वहीं, वाहन स्वामियों को 150 लीटर डीजल के बजाय केवल 90 लीटर डीजल ही उपलब्ध करवाया गया। ड्यूटी पर जाने वाले चालक परिचालकों को किसी भी तरह की सुविधा नहीं दी गई।
विधान सभा चुनाव को देखते हुए निर्वाचन विभाग की ओर से दस फरवरी से वाहनों को अधिगृहीत करने की कार्रवाई शुरू की गई। जीएमओयू की जनरल मैनेजर उषा सजवाण ने बताया कि कोटद्वार से भी सैकड़ों बसों को अधिगृहित किया गया था। लेकिन दस से16 फरवरी तक के लिए भेजे गए वाहनों को लॉक बुक में केवल 12 से 15 फरवरी तक ही दर्ज किया गया है। कई ऐसे वाहन भी थे जिन्हें चुनाव आयोग ने अपने पास रखा हुआ था और उन्हें लॉक बुक में दर्ज नहीं किया गया। चुनाव ड्यूटी पर गए चालक व परिचालकों को भी भोजन व मेहनताना नहीं दिया गया। बताया कि पहले से ही आर्थिक नुकसान झेल रहे वाहन चालकों में प्रशासन की इस लापरवाही से रोष बना हुआ है। हालत यह थी कि विभाग ने चुनाव ड्यूटी के बाद बसों को वापस लौटने के लिए डीजल तक उपलब्ध नहीं करवाया। जीएमओयू ने जिलाधिकारी से पूरे मामले की जांच करवाने की मांग की है। कहा कि चुनाव ड्यूटी पर गए चालक- परिचालकों को मेहनताना देने के साथ ही बसों को पूर्ण भुगतान किया जाना चाहिए।