जयन्त प्रतिनिधि।
श्रीनगर गढ़वाल। श्रीनगर नगर पालिका व नगर निगम के बीच में पिस रही श्रीनगर शहर वासियों पर शासन-प्रशासन की ओर से बरती जा रही लापरवाही भारी पड़ती जा रही है। इधर वेतन न मिलने से पालिका कर्मी दो दिन से कार्य बहिष्कार पर हैं तो दूसरी ओर आठ दिन से शहर में जगह-जगह रखे गए कूड़ेदानों से कूड़ा नहीं उठ पाया है। जिसके कारण श्रीनगर में गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। जिससे जन स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।
बुधवार को भी पालिका कर्मियों/सफाई कर्मियों का कार्य बहिष्कार दूसरे दिन भी जारी रहा। जिसके कारण शहर की सफाई व्यवस्था और भी बुरी तरह से चरमरा गई है। नालियों के चोक होने से गंदगी सड़कों पर पसरने लगी है। साथ ही पालिका के कार्य प्रभावित हो गए हैं। कार्यबहिष्कार पर उतरे कर्मियों का कहना है कि दो महीने होने वाले हैं लेकिन अभी तक उन्हें वेतन नहीं मिल पाया है। जिसके कारण उन्हें घर के खर्चे चलाना मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन की ओर से उनकी समस्या को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। जिससे उन्हें कार्यबहिष्कार पर उतरने को विवश होना पड़ रहा है। विरोध जताने वालों में राष्ट्रीय वाल्मीकि कर्मचारी मोर्चा के प्रदेश महामंत्री जयपाल टांक, राजेश पारछा, दिनेश, रंजीत सिंह, अनिल कुमार, संजीव कुमार, दाताराम, श्याम लाल, राजेश कुमार, मान सिंह, सुरेंद्र सिंह, हिम्मत सिंह, भरत बिष्ट आदि शामिल रहे।