जयन्त प्रतिनिधि।
श्रीनगर गढ़वाल : श्रीनगर में बांध में अलकनंदा नदी का पानी रोके जाने से नदी में पानी बहुत कम हो गया है। जिससे खनन करने वालों की मौज आई हुई है। जबकि नदी के किनारे गांवों व शहरों के लिए बनाई गई पंपिंग पेयजल योजनाओं से पानी लिफ्ट करने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। जिससे गांवों में लोगों को पेयजल संकट का सामना करन पड़ रहा है।
श्रीनगर परियोजना के बांध से अलकनंदा नदी में बहुत कम मात्रा में पानी छोड़े जाने से पांच किमी. के एरिया में नदी पूरी तरह से तालाब नजर आ रही है। जबकि पॉवर हाउस से भी भी बहुत कम मात्रा में पानी छूट रहा है। जिसके कारण श्रीनगर से लेकर देवप्रयाग तक अलकनंदा नदी के बहाव में भारी कमी देखी जा रही है। इससे श्रीकोट पंपिंग पेयजल योजना, सिल्काखाल पंपिंग पेयजल योजना, अकरी बारजुला पंपिंग पेयजल योजना, लक्षमोली-हडिमधार पेयजल योजना, बगवान पंपिंग पेयजल योजना सहित देवप्रयाग तक की पेयजल योजनाओं से पानी लिफ्ट कराने का संकट पैदा हो रहा है। जिससे कई गांवों में पेयजल के लिए लोगों को भारी दिक्कतें हो रही हैं। इस संदर्भ में कई बार पर्याप्त मात्रा में बांध से पानी छोड़े जाने की मांग लोगों द्वारा कर दी गई है। लेकिन परियोजना अधिकारी नदी में मानकों से अधिक पानी छोड़े जाने का दावा कर इस समस्या को नजर अंदाज करते आ रहे हैं। जिसका भुगतभोगी लोगों को बनना पड़ रहा है।
नदी में पर्याप्त मात्रा में पानी न छोड़े जाने के मामले को दिखाया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि इसकी आड़ में अवैध रूप से खनन होता है तो इसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
– अजयवीर सिंह, एसडीएम, श्रीनगर ।
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