पुलिस के लाख दावों के बाद भी शहर में नहीं रुक रही ओवरलोडिंग
ओवरलोड वाहनों के कारण हर समय बना रहता है सड़क हादसों का अंदेशा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: पुलिस व परिवहन विभाग के लाख दावों के बाद भी वाहनों में ओवरलोडिंग रुकने का नाम नहीं ले रही है। स्थिति यह है कि सुबह से शाम तक सड़कों पर दौड़ रहे ओवरलोड वाहनों से दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है। बावजूद इसके भी जिम्मेदार सिस्टम लापरवाह बना हुआ है।
वर्ष 2018 में धुमाकोट बस हादसे के बाद शासन स्तर से ओवरलोड वाहनों के खिलाफ अभियान चलाने का आदेश जारी किया था। आदेशानुसार चेकिंग में पकड़े जाने पर ओवरलोड वाहन चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त करने और उन पर भारी जुर्माना लगाया जाना था, लेकिन कुछ वर्ष सक्रियता दिखाने के बाद यह अभियान ठंडे बस्ते में चला गया। स्थिति यह है कि अब सड़कों पर दौड़ रहे ओवरलोड वाहनों पर पुलिस व परिवहन विभाग की नजर नहीं जाती है। नतीजा ओवरलोड वाहनों से सड़क हादसों की आशंका बनी रहती है। ओवरलोड वाहनों के चलते सड़क पर वाहनों की रफ्तार धीमी हो जाती है, जिससे सड़कों पर जाम की स्थिति बनी रहती है। ओवरलोड वाहनों से कई बार सड़क हादसे हो चुके हैं। बावजूद इसके पुलिस व परिवहन विभाग ओवरलोड वाहनों को लेकर लापरवाह बना हुआ है।
डीएम व एसएसपी के समक्ष उठा चुके हैं समस्या
शहर में ओवरलोड वाहनों की समस्या क्षेत्रवासी डीएम व एसएसपी के समक्ष भी उठा चुके हैं। लेकिन, आश्वासन के बाद भी इस ओर कोई कार्रवाई नहीं की गई। शहर में सुबह से शाम तक ओवरलोड वाहन दौड़ते हुए आसानी से देखे जा सकते हैं। ऐसे में सबसे अधिक खतरा स्कूली बच्चों को बना रहता है।
सीमा पर भी नहीं दिया जाता ध्यान
अधिकांश ओवरलोड वाहन शहर से होते हुए कौडिया चेक पोस्ट से उत्तर प्रदेश की ओर जाते हैं। बावजूद इसके सीमा पर खड़े पुलिस कर्मी व अधिकारी ओवरलोड वाहनों को देखकर भी अनदेखा कर देते हैं। सबसे अधिक ओवरलोड वाहन शहर से कबाड़ दालदकर निकलते हैं। ऐसे में कई बार पीछे से कबाड़ सड़क पर गिरने का भी अंदेशा बना रहता है।
वाहनों के काटे चालान
यातायात पुलिस द्वारा शहर कई विभिन्न मार्गों पर चेकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों का चालन कर सात हजार रूपए का अर्थदंड वसूला गया और भविष्य में नियमों का पालन करने की हिदायत दी गई। सीओ यातायात विभव सैनी एवं निरीक्षक शिव कुमार ने संयुक्त रूप से अभियान चलाकर ओवरलोड, ओवर हैंगिंग, खतरनाक तरीके से वाहन चलाने वाले, नशे में वाहन चलाने वाले व बिना हेलमेट वाहन चलाने वाले चालकों के खिलाफ चालानी कार्यवाई की। अभियान के तहत कुल 11 वाहन चालकों से 7000 का अर्थदण्ड वसूल किया गया तथा भविष्य में ऐसा न करने की चेतावनी दी गई। इस दौरान नशे की हालत में वाहन चला रहे एक व्यक्ति का वाहन भी सीज किया गया।