जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : 14 फरवरी को मतदान के दिन ही एक कर्मचारी की मां का श्राद्ध है और उक्त कर्मचारी की चुनाव में ड्यूटी भी लगी है। ऐसे में कर्मचारी का मां के श्राद्ध में शामिल होना मुश्किल हो रहा है। हालांकि, कर्मचारी ने जिलाधिकारी से भी इस संबंध में गुहार लगाई और कहा कि मतदान की जगह उसकी ड्यूटी मतगणना में लगा दी जाए। जिस पर जिलाधिकारी ने एडीएम को इस संबंध में उचित कार्रवाई के आदेश भी जारी किए, लेकिन उसके बावजूद कर्मचारी को राहत नहीं दी गई है।
पूर्व राज्य सूचना आयुक्त व उप महाधिवक्ता विनोद नौटियाल ने बताया कि वह एक फरवरी को जिलाधिकारी से उनके आवास में मिले थे। जहां उन्होंने बताया था कि उनके शाले राजेश डिमरी जो भारतीय सर्वेक्षण विभाग में सेवारत है की चुनाव में ड्यूटी लगी है। 14 फरवरी को राजेश डिमरी की मां का श्राद्ध है और वह एक लौता बेटा है, ऐसे में वह काफी परेशानी में है। जिलाधिकारी ने मामले की संवेदनशीलता को समझते हुए एडीएम को नियमानुसार कार्रवाई के आदेश दिए, लेकिन इसके बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि अधिकारी हिन्दू मान्यताओं को नहीं समझ रहे हैं। यह देवभूमि उत्तराखंड के लिए गंभीर विषय है। उन्होंने सक्षम अधिकारी से मामले में उचित कार्रवाई की मांग की है।