जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : राज्य के विकास की जिस अवधारणा को लेकर तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने उत्तराखंड का निर्माण किया, अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उसे संवारने का काम कर रहे हैं। उत्तराखंड का विकास भाजपा ने ही किया है और आगे भी भाजपा ही करेगी। यह बात चौबट्टाखाल विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी सतपाल महाराज ने कही।
मंगलवार को जनसंपर्क करते हुए महाराज ने कहा कि उत्तराखंड में डबल इंजन की सरकार प्रदेश को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जा रही है। राज्य में डबल इंजन की सरकार के कारण करीब एक लाख करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं पर कार्य हो रहा है। उन्होंने एकेश्वर मंडल के अंतर्गत किरखू, सासौं, बुडौली, मासौं, मसैटा और चोपणयों (पाबौ) आदि क्षेत्रों में जनसम्पर्क के दौरान भाजपा सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। कहा कि हमारी सरकार ने प्रदेश में चारधाम यात्रा को सुगम बनाने के लिए ऑलवेदर रोड परियोजना के अंतर्गत 889 किमी लम्बे राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास के लिए 11,700 करोड़ की लागत से कार्य शुरू किए। ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक 16,216 करोड़ रुपये की लागत से ब्रॉड गेज रेल लाइन का विकास किया जा रहा है। युवाओं को रोजगार देने के लिए हमारी सरकार ने 24 हजार सरकारी पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की। इससे पूर्व विभिन्न विभागों, क्षेत्रों में आठ लाख से अधिक रोजगार लोगों को दिए गए हैं। सतपाल महाराज ने भाजपा सरकार में उनके द्वारा चौबट्टाखाल विधानसभा क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि उनके द्वारा क्षेत्र में विभिन्न पर्यटन योजनाओं को धरातल पर उतारने का कार्य किया जा रहा है। अनेक स्थानों पर पर्यटक आवास गृह का निर्माण किया जा रहा है। वर्तमान में 2267.20 लाख की लागत से पर्यटन के अनेक कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि अमोठा, सिमरखाल, पिनानी एवं पांग में 75 लाख की लागत से ग्रोथ सेन्टरों की स्थापना की गई है। 24 पंचायत भवन स्वीकृत किए गए हैं। पूरे चौबट्टाखाल क्षेत्र में विकास की गंगा बह रही है और सतपुली और स्यूंसी झील की स्वीकृति मिलने के बाद अब यह क्षेत्र पर्यटन हब बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उधर, सतपाल महाराज की पत्नी और पूर्व मंत्री अमृता रावत ने एक ओर विधानसभा क्षेत्र के सीली मल्ली, रसिया महादेव और वीरोंखाल में तो उनके जेष्ठ पुत्र श्रद्धेय रावत ने मयलगांव, गडरी, कोला, पणिया जयकोट और जजेड़ी में जनसम्पर्क किया। वहीं उनके छोटे पुत्र सुयश रावत ने भी अनेक गांवों में जनसम्पर्क कर अपने पिता सतपाल महाराज के लिए बोट मांगे।