हरिद्वार, 31 जनवरी। बैरागी संतों ने अतिक्रमण के नाम पर बैरागी कैंप स्थित बैरागी अनी अखाड़ों में तोड़फोड़ का आरोप लगाते हुए पूरे मामले की शिकायत यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से करने का ऐलान किया है। महंत गोविंददास महाराज ने कहा कि बैरागी कैंप की भूमि बैरागी अखाड़ों के लिए आरक्षित मेला भूमि है। कुंभ मेले के दौरान तीनो बैरागी अनी अखाड़ों श्रीपंच दिगम्बर अनी अखाड़ा, श्रीपंच निर्मोही अनी अखाड़ा, श्रीपंच निर्वाणी अनी अखाड़ा की छावनियां बैरागी कैंप में ही लगती हैं। बैरागी कैंप से ही बैरागी अखाड़ों का शाही जुलुस हरकी पैड़ी के लिए रवाना होता है। उन्होंने कहा कि बैरागी कैंप में तीनों अखाड़ों के संत कुटिया बनाकर रहते हैं और भजन कीर्तन करते हैं। लेकिन यूपी सिंचाई विभाग अतिक्रमण के नाम पर बैरागी अखाड़ों के मंदिरों को ध्वस्त करना चाहता है। जबकि बैरागी कैंप की मेला भूमि पर भारी मात्रा में अतिक्रमण कर स्थायी निर्माण किए गए हैं। लेकिन यूपी सिंचाई विभाग केवल बैरागी अखाड़ों के मंदिरों को ही ध्वस्त करने की कार्रवाई कर रहा है। जिसे कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा और पूरे मामले से यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अवगत कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड दोनों प्रदेशों में हिंदूवादी भाजपा की सरकार होने के बावजूद संतों का उत्पीड़न किया जाना चिंताजनक है। इसे कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा। महंत गोविंददास महाराज ने कहा कि यदि बैरागी संतों का उत्पीड़न बंद नहीं किया गया तो संत आंदोलन करने को मजबूर होंगे।