हरिद्वार, 6 जुलाई। श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि मां काली और शनिदेव भगवान सदैव अपने भक्तों का कल्याण करते हैं। पूर्ण विधि विधान से मां काली की पूजा अर्चना करने सभी संकट और कष्ट दूर हो जाते हैं। श्री दक्षिण काली मंदिर में भक्तों को संबोधित करते हुए स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में तीन बार शनि की साढ़ेसाती आती है। प्रथम बार बचपन में, दूसरी बार युवावस्था में और तीसरी बार वृद्धावस्था में। साढ़ेसाती के प्रभाव से बचने के लिए शनिदेव के साथ मां काली की पूजा करनी चाहिए। नियम पूर्वक शनिदेव और मां काली की आराधना करने से साढ़ेसाती का दुष्प्रभाव दूर हो जाता है। शनिदेव और मां काली की कृपा भक्त पर सदैव बनी रहती है। परिवार में सुख समृद्धि का वास होता है। उन्होंने कहा कि मां दक्षिण काली मंदिर में मां भगवती साक्षात रूप से विराजमान हैं। जो भक्त विधि विधान से मां भगवती की आराधना करता है। मां भगवती उसके सभी कष्टों को दूर कर सुख, समृद्धि और आरोग्य प्रदान करती हैं। नियमपूर्वक मां दक्षिण काली की आराधना करने वाले भक्तों को बाबा कामराज का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। इस अवसर पर अवंतिकानंद ब्रह्मचारी, बाल मुकुंदानंद ब्रह्मचारी सहित कई श्रद्धालु भक्त मौजूद रहे।