हरिद्वार, 16 सितम्बर। विश्नोई आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी राजेंद्रानंद महाराज ने श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि भगीरथ की कड़ी तपस्या के बाद धरती पर आयी मां गंगा हमारी आराध्य और पूरे संसार की पालनहार है। धरती पर आकर मां गंगा ने राजा सगर के साठ हजार पुत्रों को सद्गति प्रदान की। स्वामी राजेंद्रानंद महाराज ने कहा कि मानव कल्याण के लिए स्वर्ग से पृथ्वी पर आयी मां गंगा मानवीय गलतियों के चलते लगातार प्रदूषित हो रही है। जो कि चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि मर्यादित आचरण करने से ही तीर्थ यात्रा का फल प्राप्त होता है। आध्यात्मिक नगरी हरिद्वार तथा बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमनोत्री धाम पूरे सनातन धर्म के प्रमुख तीर्थ हैं। जब भी हरिद्वार या चारों धाम की यात्रा पर जाएं तो तीर्थ की मर्यादा का पालन करें। तीर्थो पर शास्त्रानुसार आचरण करें। किसी प्रकार की गंदगी ना फैलाएं। सात्विक आहार करें। उन्होंने कहा कि गंगा को स्वच्छ, निर्मल, अविरल बनाए रखने में सहयोग करते हुए किसी प्रकार का दूषित पदार्थ गंगा में ना डालें। पॉलीथीन का उपयोग ना करें। दूसरों को भी गंगा स्वच्छता के लिए प्रेरित करें।