हरिद्वार, 4 फरवरी। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने पंजाब के बस्सी पठाना में जय मां मिशन की साध्वियों पर हुए हमले की कड़ी निंदा करते हुए पंजाब सरकार से आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन चक्रवर्ती महामंडलेश्वर स्वामी उषा माता महाराज द्वारा स्थापित जय मां मिशन धर्म संस्कृति व सेवा का प्रमुख केंद्र है। स्वामी उषा माता महाराज के ब्रह्मलीन होने के पश्चात उनके शिष्य ब्रह्मलीन महामंलेश्वर स्वामी महादेव महाराज ने मिशन की सेवा संस्कृति को आगे बढ़ाया। स्वामी महादेव महाराज के ब्रह्मलीन होने के पश्चात मिशन से जुड़ी साध्वियां मिशन की घार्मिक गतिविधियों का संचालन कर रही हैं। लेकिन कुछ असामाजिक तत्व मिशन की संपत्ति पर कब्जे की नीयत बनाए हुए है। कब्जे के प्रयासों के तहत साध्वी जीवन ज्योति मां, साध्वी शरण ज्योति मां, साध्वी शरद ज्योति मां, साध्वी रेशम ज्योति मां पर हमला किया गया। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि धार्मिक संपत्ती पर कब्जे की नीयत से वयोवृद्ध साध्वियों पर हमले को सहन नहीं किया जाएगा। जल्द ही अखाड़ा परिषद के संतों का एक प्रतिनिधिमंडल पंजाब के मुख्यमंत्री व डीजीपी से मिलकर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करेगा। महामंडलेश्वर स्वामी रामेश्वरानन्द सरस्वती, महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद, महामंडलेश्वर स्वामी गर्व गिरी व स्वामी ऋषिश्वरानंद महाराज ने कहा कि देश भर में स्थापित जय मां मिशन की शाखाओं द्वारा विभिन्न सेवा प्रकल्पों के माध्यम से समाज के कमजोर व जरूरतमंद वर्ग की सेवा में अहम योगदान किया जा रहा। सेवा कार्यो से जुड़ी धार्मिक संस्था की संपत्ति पर कब्जे की कोशिशों को संत समाज कतई सहन नहीं करेगा। पंजाब सरकार को इस संबंध में कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। कोठारी महंत जसविंदर सिंह महाराज, स्वामी बिपनानंद, स्वामी नागेंद्र महाराज, महंत गंगादास, स्वामी रविदेव शास्त्री, स्वामी हरिहरानंद, स्वामी दिनेश दास, स्वामी शिवम महंत, महंत निर्भय सिंह, महंत अमनदीप सिंह, महंत गोविंददास, महंत राघवेंद्र दास, महंत जयेंद्र मुनि आदि संतों ने भी साध्वियों पर हमले की निंदा करते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Share