बेंगलुरु, एजेंसी। कर्नाटक के ग्रामीण विकास और पंचायत राज मंत्री के एस ईश्वरप्पा की श्लाल किले पर भगवा झंडाश् वाली टिप्पणी पर कांग्रेस विधायकों के विरोध के बीच कर्नाटक विधानसभा सत्र 4 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। कांग्रेस विधायकों ने कर्नाटक विधानसभा में भगवा ध्वज टिप्पणी पर मंत्री ईश्वरप्पा के इस्तीफे की मांग को जारी रखा है। जिसके बाद स्पीकर को ऐसा कदम उठाना पड़ा। मुख्यमंत्री बसवज बोम्मई ने जवाबी हमले में कहा कि कांग्रेस ने विपक्षी दल होने की नैतिकता खो दी है।
कांग्रेस द्वारा कर्नाटक विधानसभा में विरोध प्रदर्शन के बारे में पूटे गए एक सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री बोम्मई ने हाल ही में कहा था, ष्सत्तारूढ़ दल के रूप में ही नहीं, कांग्रेस ने विपक्षी दल बनने की नैतिकता भी खो दी है। मुख्यमंत्री ने पहले कहा था कि कांग्रेस नेता मंत्री के बयान के एक हिस्से को तोड़ मरोड़ कर पेश कर रहे हैं और विधानसभा और लोगों को गुमराह कर रहे हैं।
गौरतलब है कि प्रदेश में नए विवाद को जन्म देते हुए ईश्वरप्पा ने कथित तौर पर कहा था कि भविष्य में भगवा झंडा राष्ट्रीय ध्वज बन सकता है और इसे लाल किले पर फहराया जाएगा। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया था कि आज नहीं बल्कि भविष्य में किसी दिन शायद 100, 200, या 500 साल बाद भगवा झंडा राष्ट्रीय ध्वज बन सकता है। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण पर लोग हंसते थे। क्या हम अभी मंदिर नहीं बना रहे हैं? अब देश में हिंदुत्व की चर्चा हो रही है।
इससे पहले, कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्घारमैया ने कहा है कि लाल किले पर भगवा झंडा फहराने के अपने कथित दावे के लिए मंत्री के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाना चाहिए।