नई दिल्ली, एजेंसी। प्रधानमंत्री नरेन्घ्द्र मोदी ने सोमवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई बहस का जवाब दिया। उन्होंने कांग्रेस को अहंकारी बताते हुए कहा कि जब पूरी दुनिया महामारी से जूझ रही थी तब विपक्षी पार्टी की ओर से इस संकट के समय का इस्तेमाल दलगत राजनीति के लिए किया गया। कोरोना संकट के वक्घ्त जब देश लाकडाउन का पालन कर रहा था और विश्व स्वास्थ्य संगठन यह सलाह दे रहा था कि जो जहां हैं वहीं रुके तब कांग्रेस के लोगों ने सारी हदें पार करते हुए रेलवे स्टेशनों पर लोगों को घर वापसी के लिए उकसाने का काम किया।
राहुल के बयान पर पलटवार करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्घ्द्र मोदी ने कहा कि आज राष्घ्ट्र पूरी एकजुटता और ताकत के साथ खड़ा है। जब हमारे सीडीएस जनरल बिपिन रावत का हेलिकाप्टर हादसे में अकस्मात निधन हुआ और जब उनका पार्थिव शरीर तमिलनाडु में हवाई अड्डे पर ले जाने के लिए रास्ते से गुजर रहा था तो मेरे तमिल भाई और बहनें लाखों की संख्या में घंटो तक कतार में सड़क पर खड़े थे। हर तमिलवासी गौरव के साथ हाथ ऊपर करके आंख में आंसू लिए कहता देखा गया- वीर वननकम, वीर वननकम।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- आज विभाजनकारी मानसिकता कांग्रेस के क्छ। में घुस गई है। कांग्रेस की नीति श्फूट डालो राज करोश् है। अंग्रेज चले गए लेकिन बांटो और राज करो की नीति को कांग्रेस ने अपना चरित्र बना लिया है। इसलिए ही आज कांग्रेस टुकड़े टुकड़े गैंग की लीडर बन गई है। कांग्रेस पार्टी का सत्ता में आने की इच्छा खत्म हो चुकी है। उसे लगता है कि जब कुछ मिलने वाला नहीं है तो कम से कम बिगाड़ तो दो। कांग्रेस आज इसी दर्शन पर चल रही है।
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा- इस देश का गरीब इतना विश्वासघाती नहीं है कि कोई सरकार उसकी भलाई के काम करे और वो फिर उसको ही सत्ता से बाहर करे। आपकी ये दुर्दशा इसलिए आई क्योंकि आपने मान लिया था कि नारे देकर गरीबों को अपने चंगुल में फंसाएं रखोगे लेकिन गरीब जाग गया, वो आपको पहचान गया।
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने अपने श्गरीबी हटाओश् नारे के कारण कई चुनाव जीते लेकिन ऐसा करने में असफल रहे। फिर देश के गरीबों ने उनको वोट दिया। महंगाई पर देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने लाल किले से कहा था- श्कभी-कभी कोरिया में लड़ाई भी हमें प्रभावित कर देती है। यही नहीं अमेरिका में भी किसी तरह की अशांति की वजह से महंगाई भी होती है।
पीएम मोदी ने पूर्व वित्घ्त मंत्री पी चिदंबरम पर भी हमला बोला। उन्घ्होंने कहा कि पी चिदंबरम इन दिनों अखबारों में अर्थव्यवस्था पर लेख लिख रहे हैं। सन 2012 में उन्होंने कहा था। जनता परेशान नहीं है जब उन्हें पानी की बोतल पर 15 व आइसक्रीम पर 20 रुपए खर्च करने पड़ते हैं लेकिन जब गेहूं और चावल की कीमत में एक रुपए की बढ़ोतरी हुई तो जनता बर्दाश्त नहीं कर सकती है। 2011 में तत्कालीन वित्तमंत्री जी ने लोगों से बेशर्मी के साथ कह दिया था कि महंगाई कम करने के लिए किसी अलादीन के जादू की उम्मीद न करें।
प्रधानमंत्री नरेन्घ्द्र मोदी ने कहा- मैं जानता हूं कि रक्षा सौदों में कितनी बड़ी ताकतें अच्टे-अच्छों को खरीद लेती थीं। आज उन्घ्हीं ताकतों को मोदी ने चुनौती दी है इसलिए मोदी पर उनका गुस्सा होना भी स्वाभाविक है। यह गुस्सा समय समय पर प्रकट भी होता रहता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- इस बजट में भी हमने प्रावधान किया है कि ज्यादा से ज्यादा रक्षा उपकरण हम भारत में ही बनाएंगे। रक्षा उपकरण भारतीय कंपनियों से ही खरीदेंगे। रक्षा उपकरणों को बाहर से लाने के रास्ते बंद करने की दिशा में हम कदम बढ़ाएंगे। आज हम हमारी सेनाओं की जरूरतों को पूरी करने के अलावा हम एक बड़ा डिदेंस एक्सपोर्टर बनने का सपना लेकर चल रहे हैं। मुझे विश्वास है कि ये संकल्प भी पूरा होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहले रक्षा उपकरणों को खरीदने के लिए वर्षों तक प्रक्रिया चलती थी। जब फाइनल निर्णय होता था, तब तक वो चीज पुरानी हो जाती थी, हम पैसे देते थे। हमनें इन सारी प्रक्रियाओं को आसान बनाया। दूसरों पर निर्भर होकर इस देश की सुरक्षा निश्चित नहीं कर सकते। रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर होना राष्ट्रसेवा का बहुत बड़ा काम है। मैं देश के नौजवानों से भी आह्वान करता हूं कि आप अपने करियर में इस क्षेत्र को चुनिये, हम ताकत के साथ खड़े होंगे।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा- जिन्होंने 50 वर्षों तक देश की सरकारें चलाई, मेक इन इंडिया को लेकर उनका क्या रवैया था। इसके लिए सिर्फ डिदेंस सेक्टर को हम देखें तो सारी बातें समझ आती हैं कि वो क्या करते थे, कैसे करते थे, क्यों करते थे और किसके लिए करते थे।
पीएम मोदी ने कहा- कुछ लोगों को देश के नौजवानों को, देश के उद्योगपतियों को, देश के वेल्थ क्रिएटर्स को डराने और भयभीत करने में आनंद आता है लेकिन देश का नौजवान उनकी बातें सुन नहीं रहा है इसीलिए देश आगे बढ़ रहा है।