हरिद्वार, 27 जुलाई। श्री दक्षिण काली मंदिर प्रांगण में आयोजित निरंजन पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज की विशेष शिव आराधना पांचवे दिन भी जारी रही। प्रतिवर्ष पूरे सावन मास स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज कठोर शिव साधना करते हैं। जिसमें विभिन्न प्रकार के पुष्पों से शिवलिंग का श्रंग्रार कर वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ सैकड़ों कलश गंगाजल, पंचामृत व विशेष द्रव्यों से भगवान शिव का जलाभिषेक किया जाता हैं। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि भगवान शिव की आराधना और पूजन से जीवन बदल जाता है। शिवकृपा से भक्त के कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। उन्होंने कहा कि भगवान नारायण के क्षीर सागर में शयन पर चल जाने के बाद सृष्टि के संचालन का भार भगवान शिव पर आ जाता है। महादेव शिव पूरे सावन हरिद्वार में निवास कर सृष्टि का संचालन करते हैं। सभी को पूरे सावन भगवान शिव की पूजा आराधना अवश्य करनी चाहिए। जो व्यक्ति भगवान शिव की कृपा का पात्र बन जाता है। उसका जीवन स्वयं ही उन्नति की और अग्रसर हो जाता है। भगवान शिव अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण कर सुख समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करते हैं। स्वामी कैलाशानंद गिरी के शिष्य स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी ने कहा कि गुरूदेव की शिव साधना अवश्य ही लोककल्याण का मार्ग प्रशस्त करेगी।