हरिद्वार: जिलाधिकारी/उपाध्यक्ष एचआरडीए श्री विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में बुधवार को एचआरडीए सभागार में अमृत उप योजना के अन्तर्गत फारमूलेशन आॅफ जीआईएस बेस्ड मास्टर प्लान फार अमृत सिटीज-रूड़की की महायोजना तैयार किये जाने के सम्बन्ध में एक बैठक आयोजित हुई।
बैठक में आवास विकास विभाग की ओर से ए0आई0एल0एस0जी0(आल इण्डिया इंस्टीट्यूट फाॅर लोकल गवर्नमेंट) के टीम लीडर डाॅ0 शशिकान्त पाण्डेय ने रूड़की की महायोजना-2041(भविष्य की प्लांनिंग) के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी।
बैठक में अमृत सिटीज-रूड़की की महायोजना की दृष्टि से वर्तमान में जनसंख्या तथा भविष्य में जनसंख्या का क्या स्वरूप होगा, कितनी फ्लोटिंग जनसंख्या होगी, कौन-कौन से नये संस्थान यहां खुल सकते हैं, कौन से क्षेत्र एचआरडीए से तथा कौन से क्षेत्र नगर निगम रूड़की से जुड़े हैं, कितने परिवार वर्तमान में निवास कर रहे हैं तथा भविष्य में कितने और परिवारों के लिये व्यवस्था करने की जरूरत पड़ेगी, पानी की आपूर्ति की क्या व्यवस्था होगी, सीवरेज व्यवस्था, साॅलिडवेस्ट मैनेजमेंट, ट्रैफिक व्यवस्था, सड़कों का चैड़ीकरण, ट्रांसपोर्ट नगर, लाॅजिस्टिक हब, एक्सप्रेस वे, औद्योगिक एस्टेट, पार्क, आवासीय योजनायें, बस स्टैण्ड, रिंग रोड, राजमार्ग, मनोरंजनात्मक परियोजनायें आदि पर विस्तृत चर्चा हुई।
जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि रूड़की की महायोजना को अन्तिम स्वरूप प्रदान करने से पहले नगर निगम सहित सभी सम्बन्धित विभागों से सामंजस्य स्थापित करते हुये फील्ड विजिट अवश्य कर लिया जाये तथा जहां पर जिस विभाग से सम्बन्धित सहयोग की आवश्यकता होगी, उस विभाग द्वारा पूरा सहयोग प्रदान किया जायेगा। उन्होंने रूड़की महायोजना के प्रस्तुतीकरण के दौरान विभिन्न पहलुओं पर महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश भी प्रदान किये।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रतीक जैन, सचिव एचआरडीए श्री उत्तम सिंह चैहान, संयुक्त मजिस्ट्रेट रूड़की श्री अभिनव शाह, चीफ टाउन प्लानर श्री एस0एम0 श्रीवास्तव, अधिशासी अभियंता उत्तराखंड पेयजल निगम श्री पी0 एस0 गंगवार, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ योगेश शर्मा, जिला पर्यटन अधिकारी, श्री सुरेश सिंह यादव, श्री पंकज पाठक, आपदा प्रबन्धन अधिकारी सुश्री मीरा रावत, एचआरडीए, आवास विकास विभाग, लोक निर्माण, सिंचाई, ए0आई0एल0एस0जी0 के पदाधिकारीगण सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।