जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : आर्य गिरधारीलाल महर्षि दयानंद ट्रस्ट की ओर से पूर्व प्रधानाचार्य व समाज सेवी विनोद कुकरेती को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस दौरान सदस्यों ने दो मिनट का मौन धारण कर उनकी आत्मा शांति के लिए प्रार्थना की। कहा कि समाज सेवा कि लिए दिया गया विनोद कुकरेती का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता।
गुरुवार को व्यापार मंडल सभागार में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। केपीएल खंतवाल ने कहा कि विनोद कुकरेती बहुआयामी प्रतिभा के धनी थी। उन्होंने सदैव सामाजिक हितों को लेकर कार्य किया। साहित्यकार चक्रधर शर्मा ने कहा कि गरीब व असहाय लोगों की मदद के लिए दिया गया विनोद कुकरेती का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता। हमें उसके विचारों को आगे बढ़ाने के लिए कार्य करना चाहिए। कोरोना संक्रमण के दौरान भी विनोद कुकरेती लगातार लोगों की सेवा में जुटे हुए थे। विनोद कुकरेती के रूप में हमने कोटद्वार के एक बुद्धिजीवी व्यक्ति को खो दिया है। समाज सेवी सुरेंद्र लाल आर्य ने कहा कि विनोद कुकरेती के जीवन का मुख्य उद्देश्य ही परोपकार था। शोक व्यक्त करने वालों में सत्यप्रकाश थपलियाल, गोविंद डंडरियाल, सुरेशानंद जखमोला, डॉ.नंदकिशोर ढौडियाल, कृष्ण सिंघानिया, गोपाल बंसल, प्रवेश नवानी, महेंद्र कुमार अग्रवाल, केएस चौहान, संग्राम सिंह भंडारी, शिव कुमार, गोपाल कृष्ण बड़थ्वाल, योगंबर सिंह रावत, रणवीर सिंह रावत, सुनीता बिष्ट, जयवीर सिंह रावत, माया राम पुरोहित, विकास देवरानी आदि मौजूद रहे।