हरिद्वार। चीनी मिलों द्वारा गन्ना नहीं उठाए जाने से नाराज किसानों ने ज्वालापुर स्थित सहकारी गन्ना विकास समिति कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया और कार्यालय में तालाबंदी कर दी। किसानों का आरोप है कि ज्वालापुर, सीतापुर और सराय के किसानों के खेतों से गन्ना उठाया नहीं जा रहा है। जिससे खेतों में पड़ा गन्ना सड़ने लगा है। इससे किसानों को भारी नुकसान की आशंका है। किसान राजकुमार चौहान ने बताया कि किसानों को गुमराह किया जा रहा है। मजबूरन किसानों को गन्ना समिति कार्यालय पर प्रदर्शन और तालाबंदी का निर्णय लेना पड़ा। किसानों ने चेतावनी दी कि जल्दी ही समस्या का समाधान नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। किसानों का कहना है कि पिछले दो महीनों से सराय स्थित क्रय केंद्र पर ना तो किसानों के गन्ने का तोल हो रहा है और ना ही गन्ने का उठान किया जा रहा है। गन्ना उठान का आधा समय बीत चुका है। लेकिन आज तक भी सराय स्थित क्रय केंद्र के लिए मिल द्वारा कोई भी ट्रक उपलब्ध नहीं कराया गया है। किसानों का गन्ना खेत में ही पड़ा हुआ सूख रहा है। किसान अपने पशुओं के लिए चारा भी उपलब्ध नहीं करा पा रहा है।
सहकारी गन्ना विकास समिति के सचिव गौतम नेगी ने बताया कि मिल अधिकारियों से बात हो गई है। खेतों से गन्ना उठाने के लिए मिल ने दो ट्रक भेज दिए हैं। अब समय पर किसानों के खेतों से गन्ना उठाया जाएगा। सचिव के आश्वासन पर किसानों ने तत्काल अपना धरना प्रदर्शन समाप्त कर दिया और कार्यालय को खोल दिया।
सहकारी गन्ना विकास समिति ज्वालापुर के अंतर्गत एक क्रय केंद्र सराय ग्राम में स्थित है। यह क्रय केंद्र लक्सर स्थित चीनी मिल का केंद्र है। इस केंद्र पर पिछले काफी दिनों से क्षेत्रीय किसानो के गन्ने का उठान और तौल नही हो रहा था। किसानों ने अपनी इस परेशानी के समाधान के लिए कई बार संबंधित अधिकारियों से वार्ता भी की थी। मगर समय से समस्या का समाधान हो ना होने से मंगलवार को भारी संख्या में किसान सहकारी गन्ना विकास समिति कार्यालय पहुंचे और नारेबाजी करते हुए तालाबंदी कर दी।
वही हंगामे की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे अधिकारियों का कहना है कि लक्सर गन्ना मिल के अधिकारियों से बात की गई है। उनके द्वारा अब रोजाना केंद्र पर गन्ने का तौल और उठान किया जाएगा। गन्ना उठाने के लिए दो ट्रक उपलब्ध कराए गए हैं। प्रदर्शन करने वालों में अर्जुन चौहान, मनोज चौहान सहित बड़ी संख्या में किसान शामिल रहे।