देहरादून। कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष पूर्व सीएम हरीश रावत ने सर्विस वोटर के मतदान में धांधली का आरोप लगाया। रावत ने अपने सोशल मीडिया पेज पर इससे जुड़ा एक वीडियो भी पोस्ट किया है। इस वीडियो में एक ही व्यक्ति कई बैलेट पर पर टिक कर रहा है और हस्ताक्षर भी करता दिख रहा है।हालांकि हिन्दुस्तान इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता।
रावत ने चुनाव आयोग से इस मामले का संज्ञान लेने की अपेक्षा की है।सूत्रों अनुसार यह वीडियो कुमाऊं मंडल का बताया जा रहा है। वीडियो में नजर आ रहा है कि कुछ लोग बैलेट लेकर उसे भर रहे हैं। आवाज आ रही है कि सटासट नाम दो और भात खाओ आराम से। टिक मारो सबमें।इसे पलट दो, देखो सीओ साहब भी आते हैं अचानक से।
देखेंगे वोटिंग चल रही है। यह गोपनीय होती है। जल्दी करो। एक भी वोट देश के विकास के लिए बहुत जरूरी है। एक आवाज यह भी आ रही है कि वोट अच्टे आदम को ही देना है। जिसे जानते नहीं पहचानते नहीं उसे क्यों देना।एक पार्टी विशेष का नाम लेते हुए लोग कह हैं कि इस पार्टी को तो वोट नहीं ही देना है। रावत ने कहा कि एक सेंटर में किस प्रकार एक व्यक्ति सभी वोटों पर टिक कर रहा है। यहां तक कि हस्ताक्षर भी वहीं कर रहा है।
पूर्व सीएम हरीश रावत ने चुनाव बहिष्कार करने वाले गांवों के लोगों से वादा किया कि सत्ता में आने पर उनकी समस्याओं का प्राथमिकता से समाधान किया जाएगा। कांग्रेस सरकार ऐसे सभी गांवों के साथ संवाद कर उनकी पीड़ा जानेगी और हल भी करेगी। रावत ने कहा कि कनार समेत कुछ गांवों ने चुनाव में मतदान का बहिष्कार किया। मैंने अपनी सरकार में कनार गांव के लिए सड़क मंजूर की थी। लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद आई सरकार ने उसे रोक दिया। अब कांग्रेस दोबारा सरकार में आने पर ग्रामीणों की समस्याओं को हल करेगी।
कांग्रेस की तरफ से इस तरह के जो बयान आ रहे हैं, उससे लगता है कि वे कहीं न कही कांग्रेस की हार दर्शाने लगे हैं। पूर्व सीएम हरीश रावत ने जो ट्वीट किया है मुझे ऐसा लगता है कि यह उनके 10 मार्च के बचाव की मुद्रा है। अगर उनके पास इसकी कोई सत्यता व प्रामणिकता है तो उन्हें चुनाव आयोग को देना चाहिए। हो सकता है कि कांग्रेस नेता खुद ही इस तरह के वीडियो बनाकर लोगों को दिग्भ्रमित करने का प्रयास कर रहो, जैसा कांग्रेस की पुरानी आदत है। इसमें सत्यता कहीं दूर-दूर तक दिखती नहीं।
सुरेश जोशी, प्रदेश प्रवक्ता, भाजपा