-डिजिटल युग में लगातार बढ़ते जा रहे हैं ऑनलाइन ठगी के मामले
– 50 दिन में दर्ज हुए ऑनलाइन ठगी के 61 मामले, मात्र 34 ही हुए हैं निस्तारित
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : जहां एक ओर हमारी दुनिया डिजिटल होती जा रही है। वहीं दूसरी ओर हमें इसके फायदों के साथ नुकसान भी उठाने पड़ रहे हैं। दरअसल जब से डिजिटल इंडिया को बढ़ावा दिया गया है, तब से ऑनलाइन ठगी के मामलों में भी इजाफा हुआ है। यह शातिर चोर अब लोगों के घरों में चोरी नहीं करते हैं, बल्कि उनकी एक छोटी सी गलती का इंतजार करते हैं और जैसे ही उन्हें मौका मिलता है लोगों की गाढ़ी कमाई पर एक मिनट में हाथ साफ कर देते हैं। यहां बात हो रही है साइबर ठगों की। यह साइबर ठग लोगों को अपने झांसे में लेकर या बैंक खातों से संबंधित जानकारी प्राप्त करके खातों से सारी रकम को साफ कर जाते हैं और पीड़ित कुछ भी नहीं कर पाता है।
आंकड़ों की बात करें तो इस वर्ष की शुरुआत यानी एक जनवरी 2022 से लेकर अभी तक 50 दिनों में साइबर ठग हमारे पौड़ी जनपद में ही 61 लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं। इन सभी मामलों में पीड़ितों के खातों से लाखों रुपये की रकम पर हाथ साफ किया गया है। वहीं, पिछले साल यानी वर्ष 2021 में 385 लोग साइबर ठगी के शिकार हुए थे। आंकड़ों पर गौर करें तो हर रोज एक से दो लोग पौड़ी जिले में साइबर ठगी के शिकार हो रहे हैं। हालांकि, साइबर ठगी को रोकने के लिए तमाम जागरूक अभियान भी चलाए जा रहे हैं, लेकिन उसके बावजूद साइबर ठगी के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं।
अज्ञात कॉल या मैसेज से हो सकते हैं साइबर ठगी के शिकार
आमतौर पर साइबर ठग फॉन कॉल या मैसेज के जरिये ही लोगों को ठगी का शिकार बनाते हैं। ठग लोगों को विभिन्न कंपनियों के नाम पर कॉल कर आकर्षक ऑफर का लालच देते हैं या ऑनलाइन बैंक खाते की केवाईसी करवाने के लिए कहते हैं। लोग धीरे-धीरे इन ठगों की बातों में फंसते चले जाते हैं और अपना बैंक अकाउंट नंबर, ओटीपी समेत खाते से संबंधित तमाम जानकारी इन ठगों को दे देते हैं। जिसका फायदा उठाकर साइबर ठक पलक झपकते ही लोगों की मेहतन की कमाई को उनके खातों से अपने खातों में ट्रांसफर कर लेते हैं।
इन बातों का रखें विशेष ध्यान
-किसी भी अज्ञात नंबर से कॉल आने पर सावधान हो जाएं, उसे किसी भी प्रकार की जानकारी न दें।
-किसी के भी साथ अपने बैंक खाते से संबंधित जानकारी या ओटीपी साझा न करें।
-एटीएम से पैसे निकालते समय किसी अनजान व्यक्ति की मदद न लें।
-अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें। साथ ही ऑनलाइन नौकरी दिलाने वाले मैसेज या फोन से सतर्क रहें।
-अज्ञात दफ कोड स्कैन ना करें।
– यदि कोई व्यक्ति ठगी का शिकार होता है तो तत्काल नजदीकी थाना एवं साईबर सेल के टोल फ्री नंबर-155260, मो0न0- 8791844177, 8445154040 पर सूचना दें।
साइबर ठगी के शिकार व्यक्ति के खाते में लौटाई रकम
पुलिस व साइबर सेल की टीम ने साइबर ठगी के शिकार एक व्यक्ति के बैंक खाते में ठगों द्वारा निकाली गई रकम को वापस लौटाया है। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार मानपुर निवासी मनवर सिंह रावत ने कुछ दिन पहले एक शिकायती पत्र पुलिस के पास दिया था। जिसमें उन्होंने बताया था कि साइबर ठग ने उनके साथ 24 हजार रुपये की ठगी की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की और शनिवार को पीड़ित के खाते में ठगी गई रकम वापस लौटा दी।