नई दिल्ली,एजेंसी। गुरुग्राम में गुरुवार को हुए हादसे के बाद अब दिल्ली से बड़ी खबर आ रही है। राजधानी के बवाना इलाके में बने कई फ्लैट्स अचानक से गिर गए हैं। शुरुआती जानकारी के मुताबिक दो बिल्डिंग गिर गई है। इसके कारण फ्लैट्स के गिरते ही वहां पर अफरा-तफरी मच गई है। दिल्ली के बवाना में राजीव रतन आवास योजना के तहत बने फ्लैट्स में यह बड़ा हादसा हुआ है। इस हादसे में कई लोगों के दबे होने की आशंका है। राहत बचाव का काम जारी है। अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। लोगों से मिल रही जानकारी के मुताबिक यहां पर चोर बिल्डिंग से सरिया चुरा कर ले जाते थे। आज संयोग से हुए हादसे में उनकी भी जान चली गई है। एक महिला जो यहां पर बकरी चराने आई थी उसकी भी जान इस हादसे में चली गई है।
मिली जानकारी के अनुसार करीब 2रू45 पर पुलिस को सूचना मिली की दिल्ली जल बोर्ड के पास बिल्डिंग गिर गई है। इसमें चार से पांच लोग मलबे में दब गए हैं। मलबे में बच्चों के भी दबे होने की खबर मिल रही है। यह हादसा नरेला पुलिस स्टेशन के इलाके में हुआ है। यहां पर राजीव रतन आवास योजना के तहत करीब 300 से 400 फ्लैट्स बने हुए हैं।
इसके बाद तुरंत राहत बचाव का काम शुरू हो गया। इसमें तीन जेसीबी और एक हाइड्रा को काम पर लगा दिया गया है। मलबे को हटाने काम जारी है। वहीं,दो एंबुलेंस को भी मौके पर तैनात कर दिया गया है ताकि मलबे से निकले लोगों को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाया जा सके।
राहत बचाव काम में लगे लोगों को थोड़ी ही देर में दो लोगों को मलबे से निकालने में सफलता मिली। दोनों ही महिला हैं। बवाना के जेजे कलोनी में रहने वाली फातिमा (पिता- जुबेर) और शहनाज (पिता- कलाम खान) को बिल्डिंग से गिरे मलबे से निकाल कर पास के ही एमवी अस्पताल में भेजा गया है। हालांकि यह भी पता चला है कि रुकिया खातून जो की नौ साल की बच्ची है वह अभी भी मलबे में दबी है। वहीं आशंका व्यक्त की जा रही है कि अभी और भी दो तीन लोग मलबे में दबे हो सकते हैं। राहत बचाव का काम जारी है।