चौबट्टाखाल विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी सतपाल महाराज बोले, कांग्रेस राज में जमकर हुआ भ्रष्टाचार
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : चौबट्टाखाल विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी सतपाल महाराज ने कहा कि उनके कार्यकाल में क्षेत्र में पीएमजीएसवाई के तहत 189 करोड़ 84 लाख 12 हजार की धनराशि की सड़कें स्वीकृत की गई हैं। इसके अलावा पीएमजीएसवाई स्टेज-3 के तहत सात मोटर मार्गों जिनकी लंबाई 65.75 किमी है कि सैद्धांतिक स्वीकृति के बाद डीपीआर गठन की कार्यवाही की जा रही है। वहीं, दुधारखाल-रीठाखाल के मध्य नयार नदी पर नौ करोड़ की लागत से मोटर पुल का निर्माण किया जा रहा है। जबकि कांग्रेस राज में सिर्फ भ्रष्टाचार को ही बढ़ावा मिला है।
सोमवार को एकेश्वर मंडल के अन्तर्गत नौगांवखाल, रणस्वा, धरासू और तुन्नाखाल आदि क्षेत्रों में जनसम्पर्क के दौरान सतपाल महाराज ने भाजपा सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि हमारी सरकार ने प्रदेश में महिला सशक्तीकरण के लिए महिलाओं को पति की पैतृक संपत्ति में समान अधिकार दिया है। डबल इंजन की सरकार के कारण ही उत्तराखंड में ऑलवेदर रोड और ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का जो कि मेरा वर्षों पुराना स्वप्न था वह आज पूरा हो रहा है। भाजपा प्रत्याशी महाराज ने जनसंपर्क के दौरान ग्रामीण मतदाताओं से संवाद करते हुए कहा कि उनके द्वारा क्षेत्र में सिंचाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए 10 करोड़ 84 लाख 83 हजार की 5 लिफ्ट सिंचाई योजनाएं स्वीकृत की गई, जिनसे 210 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्र में उनके द्वारा अनेक विकास कार्य किए गए हैं और आगे भी कई योजनाओं पर कार्य किया जाना है। भारतीय जनता पार्टी “सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास” की अवधारणा को लेकर समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति की चिंता करती है। हमें गर्व है कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश निरंतर विकास के पथ पर आगे बढ़ता हुआ समृद्धशाली राष्ट्रों की श्रेणी खड़ा हो चुका है।
उधर, सतपाल महाराज की पत्नी और पूर्व मंत्री अमृता रावत ने एक ओर विधानसभा क्षेत्र के बणेथ वैंड और रिंगवाडी में तो उनके जेष्ठ पुत्र श्रद्धेय रावत ने टोपरिया, भदमोली, खतिगांव, मलेथा, गुराण तल्ला, गुराण मल्ला, सुनाहलाई और स्योली में जनसम्पर्क किया। वहीं उनके छोटे पुत्र सुयश रावत ने भी वीरोंखाल मंडल के कोठिला, ढुलखोली, भटवाडो, घनश्याली, कोलरी, तलाई और घोडियाणा में जनसम्पर्क कर अपने पिता सतपाल महाराज के लिए वोट मांगे।